झारखण्ड के दुमका में स्पेनिश महिला के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर उच्च न्यायालय सक्रिय होते दिखाई दे रही है। झारखण्ड उच्च न्यायालय स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के DGP, मुख्य सचिव, और दुमका के पुलिस अधिकच्छक को हाज़िर होने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 7 मार्च को होगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जुला प्रशासन ने victim compensation scheme के तहत पीड़िता को 10 लाख रुपय मुआवजा के तौर पैर देने की बात कही है। साथ ही मामले की जाँच तक पीड़िता को हर तरह से मदत करने की बात जिला प्रशासन द्वारा कही गयी है।
बता दें की महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि स्पेनिश महिला (28 वर्ष ) और उसका पति (63 वर्ष ) बांग्लादेश होते हुए दुमका पहुंचे थे। रात होने पर दोनों पति-पत्नी खेत में टेंट लगाकर रुकने का फैसला किया। महिला के बयान के अनुसार 1 मार्च को शाम 7:00 के करीब खेत में दोनों पति-पत्नी अपने टेंट में आराम कर रहे थे तब उन्होंने कुछ लोगों को बात करते देखा पर उन्होंने इसे सामान्य समझ कर नज़रअंदाज कर दिया। पर थोड़ी ही देर में कुछ और लोग आ गए। महिला के अनुसार वे 7 लोग थे जिनकी उम्र 22 वर्ष से 28 वर्ष के करीब थी। उनमे से तीन आरोपियों ने उसकी उसके पति को पकड़कर उसके हाथ बांध दिए और उसके साथ मारपीट की। चार आरोपियों ने महिला को टेंट से बहार ले गए और बारी-बारी से महिला की लज्जा भंग करने का कार्य किया। इतनी बर्बरता के बाद आरोपियों ने उनके साथ लूटपाट भी की जिसमे उन्होंने smart watch, अंगूठी, पर्स, credit card, इत्यादि शामिल है। बता दें कि फ़िलहाल पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बाकि आरोपियों की तलाश जारी है।
पीड़िता (स्पेनिश महिला) ने कहा :
मेरे साथ सात लोगों ने बलात्कार किया। उन लोगों ने मुझे और मेरे पति को पीटा और चुप रहने को कहा। उन्होंने हमारे सिर और शरीर पर चोट पहुंचाई। वो लम्हे हमारे लिए बहुत मुश्किल थे।
मैं इसके लिए भारत के लोगों को दोषी नहीं मानती। भारत के लोगों का बर्ताव हमारे साथ अच्छा रहा है। पिछले छः महीनो में हमें यहां बहुत प्यार मिला है। जिन लोगों ने यह किया उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
पीड़िता के पति ने कहा :
स्पेनिश महिला (पीड़िता) के पति ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा की वे पुलिस का शुक्रिया करते है, पुलिस ने तुरंत त्वरित कार्यवाही की और तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पीताम्बर सिंह खेरवार, एस पी दुमका :
हमने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है जसमे उनलोगों ने अपनी संतलिप्ता स्वीकार की है। एक आरोपी ने अपने बाकि साथियों का नाम बताया है जिन्हे पकड़ने के लिए छापामारी दल का गठन किया गया है। इस कार्य में CID टीम का भी सहयोग लिया जा रहा है।
निष्कर्ष:
अब सोचने वाली बात यह है की लज्जा भंग उस स्पेनिश महिला की हुई या फिर हम भारतियों की । इस घटना के बाद देश के बहार भारत की क्या छवि बनेगी इस बात पर हमें और आपको विचार करने की जरुरत है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और समाज को निश्चय ही ठोस उपाय ढूंढने होंगें। आशा करतें है स्पेनिश महिला के साथ इंसाफ होगा और आरोपियों को उनके किये की सजा मिलेगी।